जीतो संता से, "जब भी तुम काम के लिए बाहर जाते हो तो मुझे घबराहट होती रहती है"। संता: घबराओ नहीं डार्लिंग, मैं इतनी जल्दी वापिस आऊंगा कि तुम्हें इसका पता भी नहीं चलेगा। जीतो: इसी वज़ह से तो मैं घबराती हूँ।
संता: यार शादी के जोड़े कौन बनाता है? बंता: आसमान में भगवान बनाता है। संता: ओये तेरी! मैं तो दर्ज़ी को दे आया।
संता शराब पीकर साधू से टकरा गया। साधू गुस्से में: ऐ मुर्ख, मैं तुझे शराप दे दूंगा! संता: रुकिए महाराज, मैं गिलास लेकर आता हूँ!
भिखारी संता से: कुछ खाने को दो बाबा। संता: टमाटर खाओ। भिखारी: रोटी दो बाबा। संता: टमाटर खाओ। भिखारी: चलो टमाटर ही खिला दो। तभी संता की पत्नी जीतो बोली: इनकी जीभ पर छाला हुआ है, यह कह रहे हैं कमाकर खाओ।
बंता संता से: तुम एक दम से इतने अमीर कैसे बन गए? संता: बस अपनी भूलने की बीमारी के कारण। बंता: वो कैसे? संता: दरअसल मेरे चाचा जी को दिल का दौरा पड़ा था। उस समय मैं डॉक्टर का नंबर भूल गया और मैं बस अमीर बन गया।