बंता: यार तेरे घर से हमेशा हंसने की आवाज़ आती है, ये ख़ुशी का राज़ क्या है? संता: मेरी बीवी मुझे जूते से मारती है, अगर लग जाये तो वो हंसती है और ना लगे तो मैं हँसता हूँ।
संता ने बंता से कहा: मुझे कल रात भर नींद नहीं आई। बंता: क्यों भाई क्या हुआ? संता: कल रात भर मैं यही सपना देखता रहा मैं नींद में जाग रहा हूँ।
संता: आज पहली बार मेरी अलार्म घड़ी से आँख खुली। बंता: वह कैसे? संता: मेरी बीवी ने उसे मेरे सिर पर फेंक मारा।
बंता: उठ यार, भूकंप आ रहा है और सारा घर हिल रहा है। संता: सो जा-सो जा घर गिरेगा तो मकान मालिक का हम तो किरायेदार हैं।
संता: यार मैंने सुना है कि तूने भाभी को तलाक़ दे दिया, पर क्यों? बंता: क्या बताऊं यार, उसका चरित्र बहुत ख़राब था, उसने शादी मेरे से की थी, और बच्चे भगवान से मांग रही थी।
संता: अगर तू बता दे कि मेरी टोकरी में क्या है, तो टोकरी के आधे अंडे तेरे और ये भी बता दे कितने हैं तो 10 के 10 तेरे, और अगर ये भी बता दे कि अंडे किसके हैं तो मुर्गी भी तेरी? बंता: अबे कोई संकेत (Hint) तो दे।