संता बंता से: मैं तो अपने सारे दोस्तों को भूल ही गया था, पर एक फ़िल्म देखी तो सब याद आ गए। बंता: कौन सी फ़िल्म? संता: 'कमीने'।
संता और जीतो में झगड़ा हो रहा था। जीतो: काश मैं अपनी माँ की बात मान लेती और तुमसे शादी ना करती। संता: क्या मतलब तुम्हारी माँ ने मुझसे शादी करने के लिए मना किया था? जीतो: और नहीं तो क्या। संता: हे भगवान! मैं आज तक उस नेक औरत को कितना बुरा समझता रहा जिसने मुझे बचाना चाहा।
संता कढ़ी चावल खा रहा था। तभी एक मक्खी कढ़ी चावल पर आकर बैठ गई। संता: अरे कितनी भोली है तू। ये वो नहीं है जो तू समझ रही है। चल उड़ यहाँ से।
संता: तेरी बीवी मर गयी तो तूने अपनी साली से शादी क्यों कर ली? बंता: अब नयी सास को झेलने की हिम्मत मुझ में नहीं रही।
बंता: यार, शादी में जाना है, कैसा 'कोट' पहन के जाऊँ कि सब मुझे ही देखें? संता: एक काम कर 'पेटी'कोट' पहन के चला जा फिर सब तुझे ही देखेंगे।
संता अपनी बीमारी की वजह से डॉक्टर के पास गया। डॉक्टर: आपकी बीमारी की सही वजह मेरी समझ में नहीं आ रही। हो सकता है दारु पीने की वजह से ऐसा हो रहा हो। संता: कोई बात नहीं डॉक्टर साहब, जब आपकी उतर जाएगी तो मैं दोबारा आ जाऊंगा।