पढ़ने को दिल की इबारत SHARE FacebookTwitter पढ़ने को दिल की इबारतनही होती लफ़्ज़ों की ज़रूरत नज़रें ही काफ़ी हैं पढ़ने कोऐसा कोई चेहरा खूब सूरत!कोई हल्का सा शिकन भीशिकवा भी पता चलता हैहो जाए अगर तेरी एकउड़ती हल्की सी ज़ियारत ! SHARE FacebookTwitter Tagsचेहरा हिंदी शायरी
पढ़ने को दिल की इबारत,नही होती लफ़्ज़ों की ज़रूरत !नज़रें ही काफ़ी हैं पढ़ने को,ऐसा कोई चेहरा खूब.......Read Full Shayari
हैं मोरनी सी आंखें, बदन दूध सा ।नागिन सी जुल्फें, मुखड़ा चांद सा।। आवाज में खनक, दिल को सकूॅ दे।मैं करता हूँ सजदा, तू मुझे प्यार दे।। आगे बढ़ चुका हूं, पीछे न लौट पाऊंगा ।गर म.......Read Full Shayari