पढ़ने को दिल की इबारतपढ़ने को दिल की इबारतनही होती लफ़्ज़ों की ज़रूरत नज़रें ही काफ़ी हैं पढ़ने कोऐसा कोई चेहरा खूब सूरत!कोई हल्का सा शिकन भीशिकवा भी पता चलता हैहो जाए अगर तेरी एकउड़ती हल्की सी ज़ियारत !
Zindagi naam hai khawab kaZindagi naam hai khawab kHum to ise hakikat samajh baithWo karte rahe humse dillagOr hum ise mohabbat samajh baithe
Girna bhi to acha haiGirna bhi to acha haiAukaat ka pata challta haiBadhte hain jab haath logon ke uthane koApno ka pata chalta hai
किसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो कीकिसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो कीवो तुम्हे मिले या ना मिलेपर उसे जब भी प्यार मिले तो तुम याद आओ !
हैं मोरनी सी आंखेंहैं मोरनी सी आंखें, बदन दूध सा नागिन सी जुल्फें, मुखड़ा चांद सा।।आवाज में खनक, दिल को सकूॅ देमैं करता हूँ सजदा, तू मुझे प्यार दे।।आगे बढ़ चुका हूं, पीछे न लौट पाऊंगा गर मंजिल न मिली, मैं खाख हो जाऊंगा।।वक्त का क्या पता, कहाॅ होंगी मुलाकातें चंद दिनों की जिंदगी, कहाॅ होंगी ये बातें ।।दुआ है यह मेरी, कि तुम ऐश से रहना इन्तजा इतनी, कभी अलविदा न कहना ।