हैं मोरनी सी आंखें, बदन दूध सा नागिन सी जुल्फें, मुखड़ा चांद सा।।आवाज में खनक, दिल को सकूॅ देमैं करता हूँ सजदा, तू मुझे प्यार दे।।आगे बढ़ चुका हूं, पीछे न लौट पाऊंगा गर मंजिल न मिली, मैं खाख हो जाऊंगा।।वक्त का क्या पता, कहाॅ होंगी मुलाकातें चंद दिनों की जिंदगी, कहाॅ होंगी ये बातें ।।दुआ है यह मेरी, कि तुम ऐश से रहना इन्तजा इतनी, कभी अलविदा न कहना ।