प्यार में हमारे सब्र का इम्तेहा प्यार में हमारे सब्र का इम्तेहातो देखो वो मेरी बाहोंमें सो गई रोते-रोते किसी और के लिए !
बेपनाह प्यार किया तोबेपनाह प्यार किया तोये आंसू के तोहफे मिलेबेवफाई की होती तहमारे होठो पर भी हंसी होती
किसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो कीकिसी को चाहो तो इस अंदाज़ से चाहो कीवो तुम्हे मिले या ना मिलेपर उसे जब भी प्यार मिले तो तुम याद आओ !
हैं मोरनी सी आंखेंहैं मोरनी सी आंखें, बदन दूध सा नागिन सी जुल्फें, मुखड़ा चांद सा।।आवाज में खनक, दिल को सकूॅ देमैं करता हूँ सजदा, तू मुझे प्यार दे।।आगे बढ़ चुका हूं, पीछे न लौट पाऊंगा गर मंजिल न मिली, मैं खाख हो जाऊंगा।।वक्त का क्या पता, कहाॅ होंगी मुलाकातें चंद दिनों की जिंदगी, कहाॅ होंगी ये बातें ।।दुआ है यह मेरी, कि तुम ऐश से रहना इन्तजा इतनी, कभी अलविदा न कहना ।
जिन्दगी एक जंग हैजिन्दगी एक जंग हैजबतक बीवी संग है.सीता से प्यार किया तो राम बन गयराधा से प्यार किया तो श्याम बन गयजबरदस्ती प्यार किया तो आशाराम……बन गयेऔर कीसी से प्यार नहीं किया तो बाबा रामदेव बन गए!
बहुत अच्छे बहुत प्यारे बहुत ही खूब लगते होबहुत अच्छे बहुत प्यारे बहुत ही खूब लगते हतुम हंसते हो तो एक मासूम सा ही फूल लगते ह