किसी के बाप काकिसी के बाप का..अगर ख़िलाफ़ हैं होने दो भगवान थोडे ही हैये सब धुआँ है कोई आसमान थोडे ही हैलगेगी आग तो आएँगे घर कई लपेट मेंयहाँ पे सिर्फ़ हमारा मकान थोडे ही हैमैं जानता हूँ के दुश्मन भी कम नहीं लेकिनहमारी तरह हथेली पे उनकी जान थोडे ही हैहमारे मुँह से जो निकले वही सदाक़त हैहमारे मुँह में तुम्हारी ज़ुबान थोडे ही हैजो आज मालिक बने बैठे हैं कल नहीं होंगेकिराएदार हैं ज़ाती मकान थोडे ही हैसभी का ख़ून है शामिल यहाँ की मिट्टी मेंकिसी के बाप का हिन्दोस्तान थोडे ही है
काश हम तुमकाश हम तुम..काश हम तुम अजनबी होतेजिस तरह लोग हुआ करते हैंबे ताल्लुक से बे तार्रुफ सेकाश हम तुम अजनबी होतेबेकरारी ना बे काली होतीना मुकम्मल ना ज़िंदगी होतीयूँ ना होती अजयातें दिल मेंज़िंदगी भी ना होती मुश्किल मेंआंसुओं से ना दोस्ती करतेअपने दिल से ना दुश्मनी करतेदूसरों की तरह हम भी रहतेकाश हम तुम अजनबी होते
मुहब्बत में करे क्यामुहब्बत में करे क्या..मुहब्बत में करे क्या कुछ किसी से हो नहीं सकतामेरा मरना भी तो मेरी ख़ुशि से हो नहीं सकतान रोना है तरीक़े का न हँसना है सलीक़े कापरेशानी में कोई काम जी से हो नहीं सकताख़ुदा जब दोस्त है ऐ "दाग़" क्या दुश्मन से अंदेशाहमारा कुछ किसी की दुश्मनी से हो नहीं सकता
मोहब्बतों में दिखावे कीमोहब्बतों में दिखावे की..मोहब्बतों में दिखावे की दोस्ती न मिला;अगर गले नहीं मिलता तो हाथ भी न मिला;.घरों पे नाम थे, नामों के साथ ओहदे थे;बहुत तलाश किया कोई आदमी न मिला;तमाम रिश्तों को मैं घर पे छोड़ आया था;फ़िर उस के बाद मुझे कोई अजनबी न मिला;ख़ुदा की इतनी बड़ी कायनात में मैनें;बस एक शख्स को माँगा मुझे वही न मिलाबहुत अजीब है ये नजदीकियों की दूरी भी; वो मेरे साथ रहा और मुझे कभी न मिला
जो मेरा दोस्त भी हैजो मेरा दोस्त भी है..जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी हैवो शख्स, सिर्फ भला ही नहीं, बुरा भी हैमैं पूजता हूँ जिसे, उससे बेनियाज़ भी हूँमेरी नज़र में वो पत्थर भी है खुदा भी हैसवाल नींद का होता तो कोई बात ना थीहमारे सामने ख्वाबों का मसला भी हैजवाब दे ना सका, और बन गया दुश्मनसवाल था, के तेरे घर में आईना भी हैज़रूर वो मेरे बारे में राय दे लेकिनये पूछ लेना कभी मुझसे वो मिला भी है
राहत-ए-जाँ से तो ये दिलराहत-ए-जाँ से तो ये दिल..राहत-ए-जाँ से तो ये दिल का बवाल अच्छा हैउस ने पूछा तो है इतना तेरा हाल अच्छा हैमाह अच्छा है बहुत ही न ये साल अच्छा हैफिर भी हर एक से कहता हूँ कि हाल अच्छा हैतेरे आने से कोई होश रहे या न रहेअब तलक तो तेरे बीमार का हाल अच्छा हैये भी मुमकिन है तेरी बात ही बन जाए कोईउसे दे दे कोई अच्छी सी मिसाल अच्छा हैदाएँ रुख़्सार पे आतिश की चमक वजह-ए-जमालबाएँ रुख़्सार की आग़ोश में ख़ाल अच्छा हैक्यों परखते हो सवालों से जवाबों को 'अदीम'होंठ अच्छे हों तो समझो कि सवाल अच्छा है