जीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आतीजीना चाहते हैं मगर ज़िन्दगी रास नहीं आतीमरना चाहते हैं मगर मौत पास नहीं आतीबहुत उदास हैं हम इस ज़िन्दगी सेउनकी यादें भी तो तड़पाने से बाज़ नहीं आती
दिल की हसरत मेरी ज़ुबान पे आने लगीदिल की हसरत मेरी ज़ुबान पे आने लगीतुमने देखा और ये ज़िन्दगी मुस्कुराने लगीये इश्क़ के इन्तहा थी या दीवानगी मेरीहर सूरत में मुझे सूरत तेरी नज़र आने लगी
अपनी ज़िन्दगी में मुझ को करीब समझनाअपनी ज़िन्दगी में मुझ को करीब समझनाकोई ग़म आये तो उस ग़म में भी शरीक समझनादे देंगे मुस्कुराहट आँसुओं के बदलेमगर हज़ारों में मुझे थोड़ा अज़ीज़ समझना
ना छोड़ना मेरा साथ ज़िन्दगी में कभीना छोड़ना मेरा साथ ज़िन्दगी में कभीशायद मैं ज़िंदा हूँ तेरे साथ की वजह से
ज़िन्दगी जैसे एक सज़ा सी हो गयी है !ज़िन्दगी जैसे एक सज़ा सी हो गयी है ग़म के सागर में कुछ इस कदर खो गयी है तुम आ जाओ वापिस यह गुज़ारिश है मेरी शायद मुझे तुम्हारी आदत सी हो गयी है
हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरी!हंसरते रह जायेगी आपके बिना अधूरीज़िन्दगी न होगी आपके बिना पूरीअब और सही जाये न यह दूरीजीने के लिये आपका साथ है बहुत ज़रूरी