इस वहम में वो दाग़ को मरने नहीं देतेइस वहम में वो दाग़ को मरने नहीं देतेमाशूक़ न मिल जाए कहीं ज़ेर-ए-ज़मीं और
आप को भूल जाऊं यह नामुमकिन सी बात हैआप को भूल जाऊं यह नामुमकिन सी बात हैआप को न हो यकीन यह और बात हैजब तक रहेगी साँस तब तक आप रहोगे यादटूट जाये यह साँस तो यह और बात है
निकला करो इधर से भी होकर कभी कभीनिकला करो इधर से भी होकर कभी कभीआया करो हमारे भी घर पर कभी कभीमाना कि रूठ जाना यूँ आदत है आप कीलगते मगर हैं अच्छे आपके ये तेवर कभी कभी
उनके दीदार के लिए दिल तड़पता हैउनके दीदार के लिए दिल तड़पता हैउनके इंतज़ार में दिल तरसता हैक्या कहें इस कमबख्त दिल को अबअपना होकर भी जो किसी और के लिए धड़कता है
हम रूठे तो किसके भरोसेहम रूठे तो किसके भरोसेकौन है जो आयेगा हमे मनाने के लिएहो सकता है तरस आ भी जाये आपकोपर दिल कहाँ से लायें आपसे रूठ जाने के लिये
नसीब आज़माने के दिन आ रहे हैंनसीब आज़माने के दिन आ रहे हैंक़रीब उन के आने के दिन आ रहे हैंजो दिल से कहा है जो दिल से सुना हैसब उनको सुनाने के दिन आ रहे हैं