एक दिन मुझसे कहा भगवान नेएक दिन मुझसे कहा भगवान ने..भगवान: मत कर इंतज़ार, उसका मिलना मुश्किल हैमैं: लेने दे मज़ा इंतज़ार का अगले जन्म में तो मुमकिन हैभगवान: मत कर इतना प्यार पछताएगामैं: देखते है तु कितना रूह को तडपाएगाभगवान: छोड़ उसे चल तुझे जन्नत की अप्सरा से मिलवाता हूँमैं: नीचे आ, देख चेहरा मेरे प्यार का, जन्नत की अप्सरा भुलवाता हूँभगवान: मत भूल कि तु सिर्फ एक इंसान हैमैं: मिला दे मुझे मेरे प्यार से और साबित कर कि तु भगवान है।
मैं उनकी आँखो कीमैं उनकी आँखो की..मैं उनकी आँखो की छलकी शराब पीता हूँगरीब हो के भी मँहगी शराब पीता हूँमुझे नशे में वो बहकने नहीं देताउसे पता है मैं कितनी शराब पीता हूँपुराने चाहने वालों की याद सताती है मुझेइसी लिए मैँ पुरानी शराब पीता हूँ।
ऐसे कुछ अहसास होते हैऐसे कुछ अहसास होते है...ऐसे कुछ अहसास होते हैं हर इंसान के जीवन मेंभले मुद्दत गुजर जाये, वो दिल के पास होते हैजो दिल की बात सुनता है वही दिलदार है यारोंदौलत बन अक्सर तो असल में दास होते हैंअपनापन लगे जिससे वही तो यार अपना हैआजकल तो स्वार्थ सिद्धि में रिश्ते नाश होते हैंधर्म अब आज रुपया है कर्म अब आज रुपया हैजीवन के खजानें अब, क्यों सत्यानाश होते हैंसमय रहते अगर चेते तभी तो बात बनती हैवरना नरक है जीवन, पीढ़ियों में त्रास होते हैं।
इस शहर की भीड़ मेंइस शहर की भीड़ में..इस शहर की भीड़ में चेहरे सारे अजनबीरहनुमा है हर कोई, पर रास्ता कोई नहींअपनी-अपनी किस्मतों के सभी मारे यहाँएक-दूजे से किसी का वास्ता कोई नहींबस चला जाता यूँ ही ज़िन्दगी का कारवाँयादों के टुकड़े हैं बस, दास्ताँ कोई नहीं
जर्जर हौसलाजर्जर हौसला..जर्जर हौसला मरम्मत मांगता हैमुश्किल वक्त हिम्मत मांगता हैउम्र भर नेकी न की गयी मगरअब बुढ़ापे में जन्नत मांगता हैमुश्किल वक्त...वफ़ा के सौदे में वो सितमगर मुझसेशर्त में बेशर्त मोहब्बत मांगता हैमुश्किल वक्त..काफ़िर बेटों का वो खुदा-परस्त बापऔलादों के लिए मन्नत मांगता हैमुश्किल वक्त..एक रुपया नहीं निकलता उनकी जेब सेजिनके लिए माँ का दिल बरकत मांगता हैमुश्किल वक्त..
दिल-ए-नादाँ तुझेदिल-ए-नादाँ तुझे..दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या हैआख़िर इस दर्द की दवा क्या हैहमकों उनसे वफ़ा की है उम्मीदजो नहीं जानते वफ़ा क्या है;हम हैं मुश्ताक़ और वो बेज़ारया इलाही ये माज़रा क्या हैजब कि तुझ बिन नहीं कोई मौजूदफिर ये हंगामा ऐ ख़ुदा क्या हैजान तुम पर निसार करता हूँमैं नहीं जानता दुआ क्या है