बंता: भाई आपके वहाँ सर्दी कैसी है? संता: बिलकुल BSNL जैसी है। बंता: मतलब? संता: घर से बाहर निकलो तो ही लगती है।
बंता: यार मैं बहुत परेशान हूँ, मेरी बीवी मुझसे 1 पप्पी का 100 रुपये लेती है। संता: तू तो किस्मत वाला है यार! दूसरों से 500 रुपये लेती है।
जीतो: आप जो मुझे नाम लेकर बुलाते हैं इस कारण बच्चे भी मुझे नाम लेकर बुलाने लगे हैं। संता: अच्छा! कल से मैं तुम्हें मम्मी कहकर बुलाऊँगा।
संता: चाकू क्यों उबाल रहे हो? बंता: ख़ुदकुशी करने के लिए। संता: मगर इसे उबालने की क्या ज़रुरत? बंता: मुझे कहीं इन्फेक्शन हो गया तो?
बंता: परिवर्तन की क्या परिभाषा है? संता (शायराना अंदाज़ में): जो कभी बादलों की गरज से डर कर लिपट जाती थी मुझसे, आज वह खुद बादलों से भी ज्यादा गरजती है। ~ पत्नियों को समर्पित