राहत-ए-जाँ से तोराहत-ए-जाँ से तो ये दिल का बवाल अच्छा हैउसने पूछा तो है इतना तेरा हाल अच्छा हैमाह अच्छा है बहुत ही न ये साल अच्छा हैफिर भी हर एक से कहता हूँ कि हाल अच्छा हैतेरे आने से कोई होश रहे या न रहेअब तलक तो तेरे बीमार का हाल अच्छा हैआओ फिर दिल के समंदर की तरफ़ लौट चलेंवही पानी, वही मछली, वही जाल अच्छा हैकोई दीनार न दिरहम न रियाल अच्छा हैजो ज़रूरत में हो मौजूद वो माल अच्छा हैक्यों परखते हो सवालों से जवाबों कोहोंठ अच्छे हों तो समझो कि सवाल अच्छा है