वो मुझसे मेरी खामोशी..वो मुझसे मेरी खामोशी की वजह पूछता हैकितना पागल है रात के सनाटे की वजह पूछता हैवो मुझसे मेरे आँसू की वजह पूछता हैकितना पागल है बारिश के बरसने की वजह पूछता हैवो मुझसे मेरी मोहब्बत के बारे में पूछता हैकितना पागल है खुद अपने बारे में पूछता हैवो मुझसे मेरी वफ़ा की इंतेहा पूछता हैकितना पागल है साहिल पे रह कर, समुद्र की गहराई पूछता है
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