मेरी आँखों में

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मेरी आँखों में..
मेरी आँखों में आँसू आए ना होते
अगर वो हमें देखकर मुस्कुराए ना होते
सोचता हूँ अक्सर तन्हाई में मैं
मेरी ज़िंदगी में काश वो आए ना होते
ना तड़पते हम उनके लिए इतना
दिल ने ख़्वाब अगर उनके सजाए ना होते
ना टूट कर बिखरता मैं इस कदर
अगर वो मेरे दिल में अपना घर बसाए ना होते

This is a great आँखों का काजल शायरी. If you like शायरी आँखों की then you will love this. Many people like it for मेरी खामोशी शायरी.

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