मेरे दिल के दर्द को किसने देखा हैमेरे दिल के दर्द को किसने देखा हैमुझे बस मेरे खुदा ने तड़पते देखा हैहम तन्हाई में बैठे रोते हैंलोगों ने हमे महफ़िल में हँसते देखा है
मेरी आँखों मेंमेरी आँखों में..मेरी आँखों में आँसू आए ना होतेअगर वो हमें देखकर मुस्कुराए ना होतेसोचता हूँ अक्सर तन्हाई में मैंमेरी ज़िंदगी में काश वो आए ना होतेना तड़पते हम उनके लिए इतनादिल ने ख़्वाब अगर उनके सजाए ना होतेना टूट कर बिखरता मैं इस कदरअगर वो मेरे दिल में अपना घर बसाए ना होते
मुझसे बिछड़ केमुझसे बिछड़ के...मुझसे बिछड़ के ख़ुश रहते होमेरी तरह तुम भी झूठे होइक टहनी पर चाँद टिका थामैं ये समझा तुम बैठे होउजले-उजले फूल खिले थेबिल्कुल जैसे तुम हँसते होमुझ को शाम बता देती हैतुम कैसे कपड़े पहने होतुम तन्हा दुनिया से लड़ोगेबच्चों सी बातें करते हो
फिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझकोफिर कहीं दूर से एक बार सदा दो मुझकोमेरी तन्हाई का एहसास दिला मुझकोतुम तो चाँद हो तुम्हें मेरी ज़रुरत क्या हैमैं दिया हूँ किसी चौखट पे जला दो मुझको
नींद आँखों में नहीं ख़्वाब खो गएनींद आँखों में नहीं ख़्वाब खो गएतन्हा ही थे, कुछ तेरे बिन हम हो गएदिल कुछ तड़प उठा, ज़ुबान भी लड़खड़ाईतेरी याद में दो आँसू चुपके से बह गए
किसी के दिल का दर्द किसने देखा हैकिसी के दिल का दर्द किसने देखा हैदेखा है, तो सिर्फ चेहरा देखा हैदर्द तो तन्हाई मे होता हैलेकिन तन्हाइयो मे लोगों ने हमे हँसते हुए देखा है