बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँ SHARE FacebookTwitter बेवफाई उसकी दिल से मिटा के आया हूँख़त भी उसके पानी में बहा के आया हूँकोई पढ़ न ले उस बेवफा की यादों कोइसलिए पानी में भी आग लगा कर आया हूँ SHARE FacebookTwitter Tagsबेवफा शायरी मराठी
इक उम्र से हूँ लज़्जत-ए-गिरिया से महरूम; ऐ राहत-ए-जाँ मुझ को मनाने के लिये आ!.......Read Full Shayari