आपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैआपकी जुदाई भी हमें प्यार करती हैआपकी याद बहुत बेकरार करती हैजाते जाते कहीं भी मुलाकात हो जाये आप सेतलाश आपको ये नज़र बार बार करती है
शायद फिर से वो तकदीर मिल जाएशायद फिर से वो तकदीर मिल जाएजीवन का हसीन पल वो मिल जाएचलो बनाएं बारिश में कागज़ की कश्तीशायद फिर से हमारा बचपन मिल जाए
कभी ज़िंदगी में ऐसी शाम तो आएकभी ज़िंदगी में ऐसी शाम तो आएबेचैन सी इन सांसो को आराम तो आएना रह जाएगी कोई रज़ा फिर उस खुदा से दोस्तोइकरार का उनका कोई पैगाम तो आए
आज जरुरत है जिसकी वो पास नहीं हैआज जरुरत है जिसकी वो पास नहीं हैअब उनके दिल में वो एहसास नहीं हैतड़पते हैं दो पल बाते करने कोशायद अब वक़्त हमारे लिए उनके पास नहीं है
तेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊंतेरे हाथ की काश मैं वो लकीर बन जाऊंकाश मैं तेरा मुक़द्दर तेरी तक़दीर बन जाऊंमैं तुम्हें इतना चाहूँ कि तुम भूल जाओ हर रिश्तासिर्फ मैं ही तुम्हारे हर रिश्ते की तस्वीर बन जाऊंतुम आँखें बंद करो तो आऊं मैं ही नज़रइस तरह मैं तुम्हारे हर ख्वाब की ताबीर बन जाऊं
गिला रहे हमसेगिला रहे हमसे, शिकवा रहे हमसेआरज़ू या बस यूँ ही एक सिलसिला रहे हमसेफासले हों दरमियान, या खता हो कोईदुआ है बस यही कि नज़दीकियां रहें हमसे