हमें अपने दिल में बसाए रखनाहमें अपने दिल में बसाए रखनाहमारी यादों के चिराग जलाए रखनाबहुत लंबा है सफ़र ज़िंदगी का मेरे दोस्तएक हिस्सा हमें भी बनाए रखना
चाह कर भी कभी ना तुमको भुला पाएंगे हमचाह कर भी कभी ना तुमको भुला पाएंगे हमकरते हैं वादा यह निभा पाएंगे हमखुद को फ़ना कर देंगे इस जहान से हमपर नाम तेरा ना दिल से मिटा पाएंगे हम
काश यह सपना भी पूरा हो जाएकाश यह सपना भी पूरा हो जाएहम भी किसी के सपनों में खो जाएंहो हमारा भी जिक्र उनके लबों परहम भी उनके दिल में बस जाएं
भगवान आपके सारे ग़म रेत पर लिख देभगवान आपके सारे ग़म रेत पर लिख देतांकि वो हवा से ही मिल जाएऔर खुशियां पत्थर पर लिख देतांकि हवा तो क्या, उसे बारिश भी ना मिटा सके
मिलना इतिफाक थामिलना इतिफाक था, बिछड़ना नसीब थावो उतना ही दूर चला गया, जितना वो करीब थाहम उसको देखने के लिए तरसते रहेजिस शख्स की हथेली पर हमारा नसीब था
दुआ मांगी थी आशियाने कीदुआ मांगी थी आशियाने कीचल पड़ी आंधियाँ जमाने कीमेरा गम कोई नही समझ पायाक्योंकि मेरी आदत थी मुस्कुराने की