सतगुरु के अलावा कोई सगा नहीं है भाई यह शरीर भी नहीं जिस पर तुम इतना गर्व करते हो.. क्योकि अभ्यास के समय शरीर भी अपना साथ छोड़ देता है । अंधेरे में अपनी छाया साथ नहीं देती बुढा़पे में अपनी काया साथ नहीं देती । सारा जीवन दाव पर लगा दिया जिसके लिए अन्त समय में वो माया साथ नहीं देती
...कभी हँसते हुए छोड़ देती ये जिंदगी... ...कभी रोते हुए छोड़ देती ये जिंदगी... ...न पूर्णविराम सुख में,,, ...न पूर्णविराम दुःख में,,, .बस जहाँ देखो वहाँ अल्पविराम छोड़ देती है ये जिंदगी..!!!!!! प्यार की डोर सजाये रखो, दिल को दिल से मिलाये रखो क्या लेकर जाना है साथ मे इस दुनिया से,# मीठे बोल कर रिश्तों को बनाए रखो..!
आज विशेष मेरे भाइयो ओर भोली भाली बहनो के लिए भी कड़वा सत्य बंधुओ विवाह सीजन चालु है आप किसी भी बारात में जाओगे तो हाथ जोड़ कर विनती करता हु की कोई भी बहन बेटी नाचती गाती हे तो उसका फ़ोटो वेडियो न ले आप वीडियो ले के करोगे क्या लाइव देख लिया बस दुनिया को दिखाने की क्या जरूरत है आपके मोबाईल से आगे जाता है लोग उस पर डांस बार के गाने सेट करते है तो ये हमारे लिए दुःख की बात है की हम खुद ही गलतिया कर रहे है और सबको मालूम है आपके पास बडा मोबाईल है दिखावा करने की क्या जरूरत है अपने भाई बंधुओ से मिलो बात करो वो आपको दो विचार देंगे आप उनको देंगे तो अपने समाज के प्रति काम आएगा ये फ़ोटो भेज के अपनी समाज का नाम खराब न करे स्त्री हर घर में है रूप अलग अलग होता है माँ बहन बेटी भाभी काकी मामी तो एक बार और हाथ जोड़ के विनती करता हूँ की फालतू चीजों से दूर रह कर कुछ अच्छा काम करें।
बचपन में जब रोते थे तब सोचते थे... बस माँ देख ले ताकि जिस चीज के लिए रो रहे है, "वो दिला दे..." आज रोते है तो सोचते है, बस माँ ना देख ले... "वजह पूछेगी तो क्या बताएँगे...
सफ़र ज़िंदगी का बहुत ही हसीन है सभी को किसी न किसी की तलाश हैं किसी के पास मंज़िल हैं तो राह नही और जिसके पास राह हें तो मंज़िल नही
बड़ी हसीन थी ज़िंदगी.. जब ना किसीसे मुहब्बत ना किसी से नफ़रत थी! ज़िंदगी में एक मोड़ ऐसा आया मुहब्बत उससे हुई और नफ़रत सारी दुनिया से हो गयी.