सतगुरु के अलावा कोई सगा नहीं है
भाई यह शरीर भी नहीं
जिस पर तुम इतना गर्व करते हो..
क्योकि अभ्यास के समय शरीर भी
अपना साथ छोड़ देता है ।
अंधेरे में अपनी छाया साथ नहीं देती
बुढा़पे में अपनी काया साथ नहीं देती ।
सारा जीवन दाव पर लगा दिया
जिसके लिए
अन्त समय में वो माया साथ नहीं देती