सुनकर ज़माने की बातें SHARE FacebookTwitter सुनकर ज़माने की बातें, तू अपनी अदा मत बदल, यकीं रख अपने खुदा पर, यूँ बार बार खुदा मत बदल !!More SHARE FacebookTwitter
Power of positive thinking. एक मनोवैज्ञानिक स्ट्रेस मैनेजमेंट के बारे में, अपने दर्शकों से मुखातिब था.. उसने पानी से भरा एक ग्लास उठाया... सभी ने समझा की अब "आधा खाली या आधा भरा है".. यही पूछा और स.......Read Full Message