पति: हर सुबह जब मेरी आँख खुलती है तो मैं प्रार्थना करता हूँ कि भगवान सबको तुम्हारे जैसी पत्नी दे। पत्नी(खुश होकर): अच्छा! पति: हां, आखिर मैं अकेला ही दुखी क्यों रहूँ?
पति सारी रात गायब रहने के बाद सुबह जब घर पहुँचा तो पत्नी ने गुस्से से कहा: अब सुबह के सात बजे घर क्यों आए हो ? पति ने जवाब दिया: नाश्ता करने के लिए।
पति शाम को घर लौटते ही: आज सुबह पता नहीं किसका मुँह देख कर उठा था कि खाना भी नसीब नहीं हुआ। पत्नी: मेरी मानो बैडरूम में लगे आईने को हटा दो, वर्ना रोज़ाना यही शिकायत रहेगी।
पति: हर सुबह जब मेरी आँख खुलती है तो मैं प्रार्थना करता हूँ कि भगवान सबको तुम्हारे जैसी पत्नी दे। पत्नी (खुश होकर): सच में। पति: हां, आखिर मैं अकेला ही दुखी क्यों रहूँ?
पति(शाम को घर लौट कर): आज सुबह पता नहीं किसका मुँह देख कर उठा था कि खाना भी नसीब नहीं हुआ। पत्नी: मैंने तो तुम्हें कितनी बार कहा है कि बैडरूम में लगे आईने को हटा दो, वरना रोज़ाना यही शिकायत रहेगी।
पति: कल टाइम पर ऑफिस जाना है। सुबह जल्दी उठा देना। पत्नी: उठा दूंगी अगर मैं जल्दी उठ सकी। पति: मैं भगवन से दुआ करता हूँ कि वो तुझे जल्दी उठाये।