पुलिस: तुम्हे कल सुबह 5 बजे फाँसी दी जाएगी! पठान: हा हा हा हा! पुलिस: तुम क्यों हँस रहे हो? पठान: मैं तो उठता ही सुबह 9 बजे हूँ!
पठान रातभर मुजरा देखता रहा, सुबह मुजरे वाली बोली, रातभर हमने आपको खुश किया है अब आप हमको खुश कर दीजिए!पठान तो चल, मैं नाचता हूं तू देख!
पठान: रोज़ सुबह 100 लड़कियां मेरा इंतज़ार करती हैं। दोस्त: अरे, वाह वो कैसे? पठान: ओ यारा, मैं लड़कियों के कॉलेज की बस ड्राईवर लग गया हूँ।
लड़की: खान साहब, तुम मुझे सुबह से लेकर शाम तक और शाम से लेकर सुबह तक प्यार करना। पठान: ओये ज़ालिम की बच्ची, तो फिर हम 'नसवार' कब खायेगा?
पठान: तुम 1 बार में कितने आदमी उठा सकते हो? पहलवान: कम से कम 6 आदमी तो उठा सकता हूँ। पठान: बस, तुसमे अच्छा तो हमारा मुर्गा है जो सुबह पूरे मोहल्ले को उठा देता है।
पठान का पेट खराब हो गया तो वह डॉक्टर के पास गया। वहां पर लोगों की मौजदगी में अपना हाल कुछ यूँ बताने लगा। डॉक्टर साहब सुबह से नेटवर्क खराब है। मिस्ड कॉल पे मिस्ड कॉल आ रही है। आउट गोइंग बिलकुल फ्री है। तरह तरह की रिंग टोन बज रही है। पेट में बैलेंस बिलकुल नहीं रहता। जितना भी लोड करो सब ख़तम।