कुछ सूंदर लड़कियो के साथ उनके अजीबो गरीब पति देख कर ऐसा लगता है, जैसे... . . . . . . . . . . बेचारी ने सावन सोमवार के उपवास में गलती से कुछ खा लिया होगा।
पत्नी: मेरी तबीयत ठीक नही है; पति: अरे मैं तो सोच रहा था कि कहीं बाहर चलते हैं डिनर के लिए; पत्नी: अरे, मैं तो मजाक कर रही थी; पति: मैं भी! चल उठ, रोटी बना ....शाबाश!
पत्नी: मैं माइके जा रही हूँ, तलाक़ का नोटिस भेज दूँगी। पति: जा जा, मीठी मीठी बातें करके खुश करने की कोशिश मत कर।
अपने प्रिय पति द्वारा सभी पत्नियों को समर्पित, "सिलसिला" से मशहूर लाइनों का एक नया संस्करण। "मैं और मेरी तन्हाई अक्सर ये बातें करते हैं, तुम होती तो ऐसा होता, तुम होती तो वैसा होता, और तुम ना होती तो पैसा होता!"
पत्नी: शादी के शुरू में आप खाना खुद कम और मुझे ज्यादा खिलाते थे पर अब ऐसा क्यों नहीं करते? पति: क्योंकि, अब तुम्हें खाना बनाना आ गया है।
पत्नी: सुनो जी, अगर तुम्हारे बाल इसी रफ़्तार से झड़ते रहे तो मैं तुम्हें तलाक़ दे दूँगी। पति: हे भगवान ! और मैं पागल इनको बचाने की कोशिश कर रहा था।