पति-पत्नी दोनों मंदिर गए और पत्नी ने मन्नत का धागा बाँधने के लिए हाथ उठाये और फिर कुछ सोच कर मन्नत का धागा बांधे बिना ही हाथ नीचे कर लिये। पति: ये क्या? मन्नत नही मॉंगी? पत्नी: माँगने ही लगी थी कि ईश्वर आपकी तमाम मुश्किलें दूर कर दे फिर सोचा कहीं मैं ही न निपट जाऊँ।
एक पत्नी अपने पति पर बहुत शक करती थी। एक दिन पत्नी की खूबसूरत सहेली उससे मिलने आई थोड़ी देर बातचीत होने के बाद पति बोला, "डियर, ऐसा लगता है कि रसोई में दाल जल रही है।" पत्नी: दाल जल रही है तो जलने दो, पर आज मैं तुम्हारी दाल गलने नहीं दूंगी।
एक चुटकी सिन्दूर की कीमत तुम क्या जानो रमेश बाबू बार बार बोलती थी। एक बार पति रमेश ने उसे अपने पास बिठाकर बता ही दिया। रसोई राशन - 5000 बिजली बिल - 3000 पानी - 1000 बच्चों की स्कूल फीस - 5000 बच्चों की ट्यूशन फीस - 1500 मकान किराया - 15000 मोबाइल खर्च - 2000 मेडिसन - 1000 पेट्रोल - 5000 अन्य खर्च - 10000 तो एक चुटकी सिन्दूर की कीमत 48500 रू महीना है। आज के बाद चुप रहना।
पति: तुमने तो कहा था कि खाने में आज च्वाइस हैं पर यहाँ तो सिर्फ एक ही सब्ज़ी बनी है। पत्नी: च्वाइस तो है ना। पति: क्या? पत्नी: खाना है तो खाओ, नहीं खाना है तो मत खाओ।
पति: आज ऐसी चाय बनाओ कि पीते ही तन-बदन झूमने लगे और मन नाचने लगे। पत्नी: हमारे यहाँ भैंस का दूध आता है, नागिन का नहीं।
पति नाराज़ होकर पत्नी से बात नहीं कर रहा था। पत्नी: अब मैं 10 तक गिनुगी, अगर तुम न बोले तो मैं ज़हर खा लूंगी। पत्नी: 1,2,3,4.... 8 पति खामोश पत्नी: 9.... पति फिर भी चुप.... पत्नी: बोलो न प्लीज....। पत्नी का रोना शुरू पति: गिनती गिन.... गिनती। पत्नी: शुक्र है, आप बोले तो नहीं तो मैं ज़हर खाने ही वाली थी।