तीन लोगों को फांसी की सज़ा सुनाई गयी जिसमे से एक पठान था। पहले को फांसी लगायी तो रस्सा ढ़ीला होने की वजाए, वह नीचे पानी मे जा गिरा। दुसरे को फांसी दी तो वह भी पानी में जा गिरा, पर बच गया। जब पठान की बारी आयी तो वो जल्लाद से बोला, "खोचा भा, यह रस्सा ठीक कर लो, मुझे तैरना नहीं आता"।
पठान: तुम हमको 3 लाख रुपये दो, हम तुम्हें 15 दिन के बाद लौटा देगा। 15 दिन के बाद आदमी बोला: लाओ खान हो गए 15 दिन। पठान हैरानी से बोला: हैं, ये लो। आदमी: अबे ये तो लोटा है? पठान: हम भी तो यही बोला था कि लोटा देगा।
पठान: तुम हमको 3 लाख रुपये दो, हम तुम्हें 15 दिन के बाद लौटा देगा। 15 दिन के बाद आदमी बोला, "लाओ खान हो गए 15 दिन"। पठान हैरानी से बोला: हैं, ये लो। आदमी: अबे ये तो लोटा है? पठान: हम भी तो यही बोला था कि 'लोटा' देगा।
डॉक्टर: मैं तुम्हें ऐसी दवाई दूंगा कि तुम फिर से जवान हो जाओगे? पठान: ऐसा जुल्म न करना, डॉक्टर साहब। हमको पेंशन लगने वाला है।
पुलिस: तुम्हारा दोस्त कैसे मरा? पठान: पता नहीं वो बोला, मेरे पेट में चूहे कूद रहे हैं, तो मैंने उसको चूहे मारने की दवा खिला दी।
एक पठान की उसका ससुर जम कर पिटाई कर रहा था। रिश्तेदार: क्यों गरीब को इतना मार रहे हो? ससुर: मैंने इसे हॉस्पिटल से SMS किया, तुम बाप बन गए हो। और इस साले ने उसे सभी दोस्तों को फॉरवर्ड (Forward) कर दिया।