सलमा: आप वसीम की बेगम के जनाज़े पे क्यों नहीं गए? पठान: किस मुंह से जाऊं। वो तीसरी बार अपनी बेगम के जनाज़े पे बुला चुका है; और मैं उसे आज तक एक बार भी नहीं बुला सका?
किसी ने पठान को SMS किया और कहा कि अगर तू ज़हीन है तो 200 का बैलेंस भेज और होशियार है तो 300 का भेज। पठान ने 500 का भेजा और लिखा: "हम ज़हीन भी हैं और होशियार भी।"
जूता छुपाई की रस्म के वक़्त दूल्हे की एक साली बोली, "मैं तो 1100 लूंगी।" दूसरी साली: मैं तो 2100 लूंगी। पीछे से पठान बोला, "2310 ले लो उसमें ऍफ़एम् (FM) भी है।"
चार पठान जनाजे को तेज़ी से लेकर क़ब्रो के ऊपर से गुज़र रहे थे। एक आदमी बोला,"अरे भाईजान शर्म करो, नीचे लाशें हैं"। पठान: तो ऊपर कौन सा हमनें VCR उठाया हुआ हैं।
पठान: लाइट नहीं है तो कमबख्त पंखा तो चला दो। सलमा: आखिर पठान ही हो ना, अक्ल तो है नहीं पंखा चला दिया तो मोमबत्ती बुझ जायेगी।
पठान: बेटा 2 बिस्तर क्यों लगाये? बेटा: घर पे मेहमान आने हैं। पठान: कौन-कौन? बेटा: अम्मी का भाई और मेरा मामू। पठान: फिर तो एक और लगा मेरा साला भी आ रहा है।