जियो जिंदगी जरुरत के मुताबिक

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जियो जिंदगी जरुरत के मुताबिक;
ख्वाइशों के मुताबिक नहीं;​
जरुरत फ़क़ीर भी कर लेता हैं पूरी;​
ख्वाइश कभी​ ​बादशाह की ​भी ​पूरी नहीं हुई।

This is a great उदास जिंदगी शायरी. If you like जिंदगी उर्दू शायरी then you will love this. Many people like it for जिंदगी और शायरी. Share it to spread the love.

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