अपने सीने से लगाए हुए उम्मीद की लाश

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अपने सीने से लगाए हुए उम्मीद की लाश;

मुद्दतों जीस्त को नाशाद किया है मैंने;
तूने तो एक ही सदमे से किया था दो-चार;
दिल को हर तरह से बर्बाद किया है मैंने

This is a great उम्मीद भरी शायरी. If you like अपने पराये शायरी then you will love this. Many people like it for सीने में दर्द शायरी. Share it to spread the love.

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