गुज़रता जा रहा है वक़्त आपाधापी में यूँ ही

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गुज़रता जा रहा है वक़्त आपाधापी में यूँ ही
कभी मेरे भी हिस्से एक सुहानी शाम आ जाये

This is a great मेरे खुदा शायरी. If you like मेरे दुश्मन शायरी then you will love this. Many people like it for सुहानी सुबह शायरी. Share it to spread the love.

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