गुज़रता जा रहा है वक़्त आपाधापी में यूँ हीगुज़रता जा रहा है वक़्त आपाधापी में यूँ हीकभी मेरे भी हिस्से एक सुहानी शाम आ जाये
फिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातेंफिर पलट रही हैं सर्दियों की सुहानी रातेंफिर तेरी याद में जलने के जमाने आ गए
उनके ख्याल से ही जब इतनी सुहानी लगती है ये दुनियाउनके ख्याल से ही जब इतनी सुहानी लगती है ये दुनियासोचो अगर वो साथ होंगे तब क्या बात होगी