साथ रहते रहते वक़्त गुज़र जाएगा! SHARE FacebookTwitter साथ रहते रहते वक़्त गुज़र जाएगादूर होने के बाद कौन किसे याद आएगाजी लो ये पल जब तक हम साथ हैकल का क्या पता हम हो न होMoreThis is a great वक़्त पे शायरी. If you like हिंदी शायरी वक़्त then you will love this. Many people like it for शायरी वक़्त की. SHARE FacebookTwitter Tagsवक़्त पे शायरी, हिंदी शायरी वक़्त, शायरी वक़्त की
Phool hain hum gulab ke..... chameli ka na samjhiye.. phul hain hum gulab ke ........Read Full Shayari