वक़्त गुज़रेगा तो हम संभाल जाएँगेवक़्त गुज़रेगा तो हम संभाल जाएँगेमौत आने से पहले समझ जाएँगेकि बेवफ़ाई उनकी फ़ितरत है, ना की मजबूरीतन्हाई में ही सही, हम फिर से बस जाएँगे
रात तो वक़्त की पाबंद है ढल जाएगीरात तो वक़्त की पाबंद है ढल जाएगीदेखना ये है चराग़ों का सफ़र कितना है
इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहीं!इंतज़ार करते करते वक़्त क्यों गुजरता नहींसब हैं यहाँ मगर कोई अपना नहींदूर नहीं पर फिर भी वो पास नहींहै दिल में कहीं पर आँखों से दूर कहीं
भूल जाऊंगा उसी वक़्त उसी पलभूल जाऊंगा उसी वक़्त उसी पलबस तू उससे मिला दे जो मुझसे ज़्यादा चाहता है तुम्हें
दिल वो है कि फ़रियाद से लबरेज़ है हर वक़्तदिल वो है कि फ़रियाद से लबरेज़ है हर वक़्तहम वो हैं कि कुछ मुँह से निकलने नहीं देते