तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलाने की ज़िद न कर

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तू हवा के रुख पे चाहतों का दिया जलाने की ज़िद न कर
ये क़ातिलों का शहर है यहाँ तू मुस्कुराने की ज़िद न कर

This is a great दिल तोड दिया शायरी. If you like छोड़ दिया शायरी then you will love this. Many people like it for जलाने वाली शायरी. Share it to spread the love.

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