शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे। सर्वस्यातिहरे देवि नारायण नमोस्तुते।। अर्थात् - मां दुर्गा शरण में आए हुए दीनों एवं SHARE FacebookTwitter शरणागत दीनार्तपरित्राण परायणे। सर्वस्यातिहरे देवि नारायण नमोस्तुते।। अर्थात् - मां दुर्गा शरण में आए हुए दीनों एवं पीडि़तों की रक्षा में सदा संलग्न रहती है। सबकी पीड़ा दूर करने वाली नारायणी को शतकोटि नमस्कार है।More SHARE FacebookTwitter
जिनका न सहारा कोई माँ, उनका तुम एक सहारा हो दुखिया मन का दु:ख दूर करो, सुखमय संसार हमारा हो आश.......Read Full Message
अन्धन को नेत्र देती, कोढ़िन को देती काया i बाँझन को पुत्र देती, निर्धन को देती माया i .......Read Full Message
माँ के चरणों के मतवाले, लाख गुना है करके भी वो, पुण्य कमा जात है, माँ के चरमों के मतवालों से, दूर ना माँ .......Read Full Message