जिनका न सहारा कोई माँ

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जिनका न सहारा कोई माँ, उनका तुम एक सहारा हो दुखिया मन का दु:ख दूर करो, सुखमय संसार हमारा हो आशीष दो माँ उन भक्तों को जो, तुम से आश लगाए हैं दरबार तुम्हारे आए हैं, सब द्वार तुम्हारे आए हैं।

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