गणेशनी ज्योति थी नूर मळे छे•← SHARE FacebookTwitter गणेशनी ज्योति थी नूर मळे छे•←,भक्त ना दिलो ने सुरुर मळे छे, जे पण जाय छे गणेश ने द्वार, कांईक ने कांईक जरूर मळे छे....!!More SHARE FacebookTwitter
कर अदभुत संकल्प यह मन में माँ गौरी जुट गयी जतन में ओम ओम ओम नमः शिवाय पार्वती ने अपने तंन से ममता भरी सुकोमल मल से कण कण अपना अंश जुटाया कर कमलों में उसे उठाया दिव्य कला से रचा माँ ने जिसकी आभा से रोश.......Read Full Message
कर अदभुत संकल्प यह मन में माँ गौरी जुट गयी जतन में ओम ओम ओम नमः शिवाय पार्वती ने अपने तंन से ममता भरी सुकोमल मल से कण कण अपना अंश जुटाया कर कमलों में उसे उठाया दिव्य कला से रचा माँ ने जिसकी आभा से रोश.......Read Full Message