एक एक्स्ट्रा ओडनरी आदमी था..... (जैसा की हर मोहल्ले में एक होता है )
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94b रोज घर से बाहर निकल कर बाहर खेल रहे बच्चों से सवाल पूछा करता था---
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आदमी -एफिल टावर कहाँ है पता है ??
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बच्चे ---नहीं अंकल....
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आदमी - हा हा हा हा जब देखो यहीं पड़े रहते हो....
कभी घर से बाहर निकलो तो पता चले.....
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दुसरे दिन फिर से...
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आदमी - अच्छा ये बताओ क़ुतुब मीनार कहाँ है....
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बच्चे - नहीं पता अंकल...
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आदमी ---हा हा हा हा जब देखो यहीं पड़े रहते हो....
कभी घर से बाहर निकलो तो पता चले.....
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रोज रोज के उसके ऐसे सवालों से बच्चे बड़ा जलील महसूस करते थे और तंग आ गए...
बच्चों ने उसे सबक सिखाने की सोची...
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अगले दिन जब वो आदमी घर से निकला तो इससे पहले वो बच्चों से सवाल पूछता ,
बच्चों ने उससे सवाल पूछा ---- अंकल आपको पता है कि ये ""रामलाल"" कौन है...
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आदमी--- नहीं मुझे नहीं पता......
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बच्चे ------ जब देखो बाहर पड़े रहते हो....
कभी घर पर भी रहो तो पता पड़े..