एक बार एक ताऊ बस की खिङकी मे से गर्दन बाहर
निकाल कर बैठा था ।
धीमी धीमी हवा के मजे ले रहा था
इतने में एक ट्रक पास से आया अौर ताऊ का कान
निकाल ले गया
ताऊ दहाड मार के रोने लगा तो ड्राईवर ने बस
पास लाके उस ट्रक पर से ताऊ का कान उतार के
दे दिया ।
अब ताऊ बेचैन होकर और तेज रोने लगा
और बोला ये कान तो मेरा है ही नही
सारे बोले...ओय् । ताऊ पागल हो गया...ये तेरा ही कान है...
तो ताऊ बोला: यू कान मेरा न है ...मेरे पर तो बीड़ी टँग री थी