दिल्ली के एक मोहल्ले में एक बच्चा अपने घर में हमेशा नंगा घूमा करता था।
घर में कोई भी आता,
बच्चा नंगा ही मिलता और उसकी मां को ताने सुनना पड़ते।
इस आदत से परेशान होकर उसकी मां ने एक उपाय सोचा,
उसने अपने बच्चे से कहा- बेटा,
जब भी कोई घर में आयेगा तो मैं चिल्ला दिया करूंगी ‘दिल्ली बंद’ और तुम निक्कर पहनकर बाहर आ जाया करो।
बेटे ने हां में सिर हिला दिया।
एक दिन उस बच्चे की मौसी उसके घर आई।
मां ने आवाज लगाई- बेटा,
दिल्ली बंद।
बच्चा निक्कर पहनकर बाहर आ गया और आते ही बोला- मौसी आप यहां किसलिए आई हो?
मौसी: बेटा, मैं दिल्ली देखने आई हूं।
बच्चा- ये लो ! वो तो अभी मम्मी ने बंद करवा दी.
और उसने अपनी निक्कर उतार दी।
मौसी शर्म से हंसते हुए- बेटा,
मैं यह वाली दिल्ली नहीं बड़ी वाली दिल्ली देखने आई हूं।
बच्चा तुरंत बोला- कोई बात नहीं मौसी,
मैं अभी पापा को बुलाता हूं!