र्दद ए तनहाई भी ऐमन खूब ही एक र्दद हैर्दद ए तनहाई भी ऐमन खूब ही एक र्दद हयह न हो तो कया अहम फिर खुशनुमा लमहात ह
कह दो कभी यह हम से है पयार है तुमहे भीकह दो कभी यह हम से है पयार है तुमहे भमिल जाऐ हमको राहत, थोड़ी खुश़ी हमें भ
बहुत मुश्किल से मिलता है जहां में हम सफर ऐसाबहुत मुश्किल से मिलता है जहां में हम सफर ऐसजो ख्वाबों में ख्यालों में बसा है हर दफ़ा जैस
पलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दोपलकों से पानी गिरा है तो उसे गिरने दोसीने में कोई पुरानी तमन्ना पिघल रही होगी
अब तो है इश्क़-ए-बुताँ में ज़िंदगानी का मज़ाअब तो है इश्क़-ए-बुताँ में ज़िंदगानी का मज़ाजब ख़ुदा का सामना होगा तो देखा जाएगा।