हमने ज़िन्दगी बितायी आँख सिरहाने लेकरहमने ज़िन्दगी बितायी आँख सिरहाने लेकररात दुल्हन सी आयी ख़्वाब सुहाने लेकर
इबादत की खुशबू पहुँचे तुम तकइबादत की खुशबू पहुँचे तुम तक, अपने यकीन का इम्तिहान कर दूँआज मैं अपने अश्क को गंगा, और इश्क को कुरान कर दूँ
चलेगा मुक़दमा आसमान में सब आशिकों पर एक दिनचलेगा मुक़दमा आसमान में सब आशिकों पर एक दिनजिसे देखो अपने महबूब को चाँद जो बताता है
कोशिश करो की कोई हम से न रूठे!कोशिश करो की कोई हम से न रूठेजिन्दगी में अपनों का साथ न छूटेरिश्ते कोई भी हो उसे ऐसे निभाओकि उस रिश्ते की डोर ज़िन्दगी भर न छूटे
एक ही गलती हम सारी उम्र करते रहेएक ही गलती हम सारी उम्र करते रहेधूल चेहरे पे थी;और हम आइना साफ़ करते रहे
रख हौसला वो मंजर भी आयेगारख हौसला वो मंजर भी आयेगाप्यासे के पास चल के समुन्दर भी आयेगाथक कर न बैठ ऐ मंजिल के मुसाफिरमंजिल भी मिलेगी और मिलने का मज़ा भी आयेगा