बसनाकाम जिंदगी केफ़साने हैकुछ नये हैकुछ पुराने हैबसयूंही कट रहीहै जिंदगीकुछ हमदर्द हैतोकुछ जख्म भीपुराने हैं
मुझे रहा है तू वह दिखा भी दे जो मेरी जिंदगी का असल हैमैं क्या करूं और क्यों मैं हूं एस राज़ से कर मुझे आशना
मुसीबतों से भागना, नयी मुसीबतों को निमंत्रण देने के समान है| जीवन में समय-समय पर चुनौतियों एंव मुसीबतों का सामना करना पड़ता है एंव यही जीवन का सत्य है| एक शांत समुन्द्र में नाविक कभी भी कुशल नहीं बन पाता
सफर-ए-ज़िन्दगी पे हूँ , तुम भी मेरे संग चलोसदिओं का रास्ता लम्हों में कटे , ले कर कुछ ऐसी तरंग चलोज़िन्दगी को बहुत तड़पा हूँ अब तो बन के ज़िन्दगी की उमंग चलोकुछ तो रंगीनीआ हो फ़िज़ाओं में , भर ते कुछ रंग चलो !!
अपनी हीं जिंदगी अपनी सी नही लगती,सामने वाले के हाथों का खिलौना बन गयी,मानो जिंदगी का रिमोट दूसरों के हाथ है।ओ जब चाहे! जैसे चाहे! रुला और हशे सकता है।
जिंदगी ज़ख्मों से भरी है,वक़्त को मरहम बनाना सीख लो,हारना तो है एक दिन मौत से,फिलहाल...दोस्तों के साथ जिंदगी जीना सीख लो।