अंधेरे में अपनी छाया भी साथ नहीं देती बुढापे में अपनी काया भी साथ नही देती सारा जीवन दांव पर लगा देते है जिस के लिए अंत में वो माया भी साथ नही देती.
जीन्दगी में इतनी गलतियां ना करों की पेन्सिल से पहले रबर घिस जाये । और रबर को इतना मत घिसो की जीन्दगी का पेज ही फट जाये !! वक्त की एक आदत बहुत अच्छी है, जैसा भी हो, गुजर जाता है! “कामयाब इंसान खुश रहे ना रहे, खुश रहने वाला इंसान कामयाब जरूर हो जाता है
''life'' में दो शब्द कहने काफी मुश्किल होते हे.... पहली बार किसी अजनबी से "hi", ओर आखरी बार किसी अपने से "bye"
अस्थियाँ बिखरने से पहले जीवन में "आस्था " पैदा कर लेना , और "चिता" जलने से पहले अपनी 'चेतना' को जगा लेना बस जीवन सार्थक हो जायेगा !!
पत्थर तब तक सलामत है जब तक वह पर्वत से जुड़ा है . पत्ता तब तक सलामत है जब तक वो पेड़ से जुड़ा है. इन्सान तब तक सलामत है जब तक वह परिवार और समाज से जुड़ा है.
" इन्सान , घर बदलता है ... लिबास बदलता है ... रिश्ते बदलता है ... दोस्त बदलता है ... फिर भी परेशान क्यों रहेता है .... क्योकि वो खुद को नहीं बदलता ... " " उमर भर यही भूल करता रहा , धूल चहेरे पे थी और आयना साफ करता रहा
"शब्द संभाले बोलिए, शब्द के हाथ न पावं! "एक शब्द करे औषधि, एक शब्द करे घाव! . "शब्द सम्भाले बोलियेे, शब्द खीँचते ध्यान! "शब्द मन घायल करेँ, शब्द बढाते मान! . "शब्द मुँह से छूट गया, शब्द न वापस आय.. "शब्द जो हो प्यार भरा, शब्द ही मन मेँ समाएँ! . "शब्द मेँ है भाव रंग का, शब्द है मान महान! "शब्द जीवन रुप है, शब्द ही दुनिया जहान! . "शब्द ही कटुता रोप देँ, शब्द ही बैर हटाएं! "शब्द जोङ देँ टूटे मन, शब्द ही प्यार बढाएं.
आदर्शवादी व्यक्ति वह है जो यह जानने के बाद कि गुलाब की महक गोभी से बेहतर होती है, यह निष्कर्ष निकालता है कि उसका सूप भी गोभी की तुलना में अच्छा बनेगा।