एक बार रजनीकांत चाँद पर घुमने गए... घुमते घुमते उन्हे पॉट्टी आई.. . . . फिर क्या था तभी से चाँद पर दाग लग गया !!!!
चली जाती है आये दिन वो बियुटी पार्लोर में यूं;उनका मकसद है,""मिशाल-ए-हूर"" हो जाना; मगर ये बात किसी भी बेगम की समझ में क्यों नहीं आती;कि मुमकिन नहीं "किशमिश" का फिर से "अंगूर" हो जाना. :o
राधा: कभी राम बनके, कभी श्याम बनके, चले आना प्रभु जी चले आना। भगवान कृष्ण: पर क्यों? राधा: रोज-रोज एक ही भेष में आओगे, तो पापा पहचान लेंगे ना।
मैंने कल रात कस्टमर केयर मे फोन किया लङकी ने फोन उठाया- सर आपका स्वागत है मैँ आपकी क्या सेवा कर सकती हूँ? . मैं- मुझसे शादी करोगी? . लङकी - सर आपका रोँग नंबर लग गया है प्लीज . मैं ना सही लगा है प्लीज बता ना . लङकी - आईएम नोट इंट्रेस्टेड इन यू . मैं - अरे सुन तो अरेँज मैरिज पर स्विट्जरलैँड का और लव मैरिज पर सिँगापुर का हनीमून प्लान है . लङकी - मुझे आपसे शादी मे इंट्रेस्ट ही नही है अपने प्लान अपने पास रखो . मैं - अरे यार सुन तो हिँदू फंक्शन वैडिँग पर डायमंड नैक्लेस दूँगा मुस्लिम पर झूमके और क्रिश्चियन वैडिँग की तो गोल्डन कंगन . लङकी - चुप करो मै इंट्रेस्टेड ही नहीँ हूँ तो.... . मैं - अब समझ आया मेरा दर्द..... रोज मुझे फोन और sms कर कर के क्या क्या ऑफर देते हो जिनमे मै इंट्रेस्टेड ही नहीँ होता ! गर्ल शॉक.. मैं रॉक्स
एक एक्स्ट्रा ओडनरी आदमी था..... (जैसा की हर मोहल्ले में एक होता है ) वā094b रोज घर से बाहर निकल कर बाहर खेल रहे बच्चों से सवाल पूछा करता था--- . आदमी -एफिल टावर कहाँ है पता है ?? . बच्चे ---नहीं अंकल.... . आदमी - हा हा हा हा जब देखो यहीं पड़े रहते हो.... कभी घर से बाहर निकलो तो पता चले..... . दुसरे दिन फिर से... . आदमी - अच्छा ये बताओ क़ुतुब मीनार कहाँ है.... . बच्चे - नहीं पता अंकल... . आदमी ---हा हा हा हा जब देखो यहीं पड़े रहते हो.... कभी घर से बाहर निकलो तो पता चले..... . रोज रोज के उसके ऐसे सवालों से बच्चे बड़ा जलील महसूस करते थे और तंग आ गए... बच्चों ने उसे सबक सिखाने की सोची... . अगले दिन जब वो आदमी घर से निकला तो इससे पहले वो बच्चों से सवाल पूछता , बच्चों ने उससे सवाल पूछा ---- अंकल आपको पता है कि ये ""रामलाल"" कौन है... . आदमी--- नहीं मुझे नहीं पता...... . बच्चे ------ जब देखो बाहर पड़े रहते हो.... कभी घर पर भी रहो तो पता पड़े..
बॉस अपनी सेक्रेटरी से – मैं और तुम एक हफ्ते के लिए लन्दन जा रहे है ... एन्जॉय करेंगे ....(आगे की सारी बातें फोन पर ) सेक्रेटरी अपने पति से – आफिस के काम से मुझे बॉस के साथ एक हफ्ते के लिए लन्दन जाना है ..... . पति अपनी गर्लफ्रेंड से – बीबी एक हफ्ते के लिए बाहर जा रही है ...तुम घर आ जाना एन्जॉय करेंगे .... . गर्लफ्रेंड जो की टीचर है स्टूडेंट से – बच्चों आज से एक हफ्ते की छुट्टी .... मैं कहीं बाहर जा रही हूँ ..... . स्टूडेंट अपने पिता से जो की बॉस है – पापा मेरी एक हफ्ते की छुट्टी है मैं घर आ रहा हूँ....... . पिता सेक्रेटरी से – मेरा बेटा आ रहा है एक हफ्ते के लिए .... टूर कैंसल ..... . सेक्रेटरी अपने पति से – टूर कैंसल .... . पति अपनी टीचर गर्लफ्रेड से – बीबी नही जा रही है ... प्रोग्राम कैंसल ...... . टीचर स्टूडेंट से – छुट्टी कैंसल..... . स्टूडेंट अपने पिता से जो कि बॉस है – पापा टीचर ने छुट्टी कैंसल कर दी है ... मैं नही आऊंगा ..... . बॉस सेक्रेटरी से - मेरा बेटा नही आ रहा है .... फिर से लन्दन .... एन्जॉय करेंगे ...... . . . . बाकी आप लोग समझदार हैं ...... फिर वहीं से शुरू....
कोई चायनीज लड़की अगर तुम्हारा मन चुरा कर ले जाये... तो उसे क्या कहेंगे..??? . . . . . . . . "मन्चुरियन"
मित्रोँ पंकज उदास ने बरसों पहले बताया था कि "चाँदी जैसा रँग है तेरा, सोने जैसे बाल। एक तू ही धनवान है गोरी, बाकी सब कंगाल...। अब जाकर देश को समझ आया कि वो सोनिया जी की बात कर रहे थे..।
हम तो निकले थे तलाशे इश्क में अपनी तनहाईयों से लड़ कर । । । मगर । । । । गर्मी बहुत थी बियर पी के वापिस आ गए
संता को एक लावारिस बंदर मिला। वह उसे पुलिस स्टेशन ले गया। इंस्पेक्टर ने कहा: इसे चिड़ियाघर ले जाओ। संता दूसरे दिन बंदर के साथ बस स्टॉप पर खड़ा था। इंस्पेक्टर ने देखा तो पूछा: इसे चिड़ियाघर लेकर नहीं गए? संता: कल ले गया था। बहुत घूमे और बड़ा मजा भी आया! आज कुतुब मीनार जा रहे हैं।