मज़बूरियां होती हैं महान लोगों के जीवन में, नहीं तो राम वनवास में, कृष्ण कारावास में, और मैं ऑफिस में क्यों बैठता!
संता ने ब्लड टेस्ट करवाया रिज़ल्ट आया 'A +', सोच कर बड़ा अचरज हुआ कि... . . . . . . . . . साली कामयाबी तो रग रग मे दौड़ रही है तो साला स्कूल में 'C' क्यों मिलता था?
संता: बिल ले आओ! वेटर: ये लीजिये, और सर टिप? संता: क्या? वेटर: टिप दो ना सर! संता: लड़की के चक्कर में मत पड़ना भाई, बहुत पंगे हैं!
संता: यार मेरी बीवी गुस्सा बहुत करती है। बंता: मेरी बीवी भी पहले बहुत गुस्सा करती थी, अब नहीं करती। संता: आपने क्या इलाज़ किया? बंता: एक दिन बहुत गुस्से में थी, मैंने कह दिया कि बुढ़ापे में गुस्सा आ ही जाता है। बस वह दिन है और आज का दिन है, तेज़ आवाज़ में भी बात नहीं करती।
सुबह ऑफिस जाते समय रास्ते में संता की गाडी बंद हो गयी। पीछे वाली गाडी वाला बार-बार हॉर्न बजाने लगा। संता चिढ कर गाडी से उतरा, पीछे वाली गाडी के ड्राइवर को चाबी दी और बोला, "ले भाई तू स्टार्ट कर ले, हॉर्न मैं बजाता हूँ।"
Public Toilet में लिखा था: दुनिया चाँद पे पहुँच गयी और तू यही बैठा है। बंता ने अपना दिमाग लगाया और नीचे लिखा: चाँद पे पानी नहीं इसलिए वापस आया था, बस धो के जा ही रहा हूँ।