ज़िंदगी में कितने भी दुःख मिलें, कितने भी गम मिलें; अपने आंसू बह जाने देना, उन्हें रोकना मत। क्योंकि . .. ... रुके हुए पानी में ही मलेरिया वाले मच्छर अंडे देते हैं।
दो पंडितों में लड़ाई हो रही थी, उन्हें लड़ते बहुत देर हो गई। तीसरा पंडित: क्या हुआ, क्यों लड़ाई कर रहे हो? एक पंडित बोला, "जब मैं लहसुन, प्याज नहीं खाता तो इस साले ने चिकन में डाला क्यों?"
अगर पेन गुम हो जाए तो नया पेन खरीदा जा सकता है। लेकिन अगर उस पेन का ढक्क्न गुम हो जाए तो उस ढक्कन को नहीं खरीद सकते। इसीलिए अपने दोस्तों का ख्याल रखें; क्योंकि उन ढक्क्नों में कुछ तो ख़ास बात होती है।
कभी-कभी मेरे दिल में ये ख्याल आता है; ये ज़िन्दगी अगर तेरी ज़ुल्फ़ों की घनी छाँव में गुज़र जाती तो... . . . . . . . 'होम लोन' लेने की ज़रूरत ही न पड़ती!
हर बारिश में यही दुआ है हमारी; बारिश के जितने क़तरे ज़मीन पर गिरें; उतनी बार आप फिसल के गिरें; . .. ... खुशियों के समंदर में।
दोस्तो ज़िंदगी में जब कभी कदम लड़खड़ाये और गिर भी जाओ तो डरना मत, हिम्मत और हौंसले से खड़े हो कर आवाज़ देना, . . . . . वेटर साले... एक क्वार्टर और ला।