पति: आज बाहर खाना खायेंगे। पत्नी (ख़ुशी से): ठीक है मैं 2 मिनट में तैयार होती हूँ। पति: हाँ, चलो जल्दी से खाना बनाओ, मैं बाहर चटाई बिछाता हूँ।
कोई भी पुराना 'माल' लाइए और नया 'आइटम' ले जाईये! इस तरह के ऑफर देने वालों का क्या कहूँ? . . . . . . . . कमीने, हम शादीशुदा लोगों के दिल के जज़्बातों के साथ खेल जाते हैं।
पत्नी: आज खाने में क्या बनाऊं, इंडियन, कॉन्टिनेंटल या चायनीज? पति: पहले तुम बना लो, नाम हम खाने की शक्ल देख कर रख लेंगे।
शादी की सालगिरह पर पत्नी को गुलाब देते हुए पति बोला, "सालगिरह मुबारक हो!" पत्नी: यह नहीं मुझे कोई सोने की चीज़ चाहिए। पति: ओ, यह लो तकिया आराम से सो जाओ।