डॉक्टर: आपकी बिमारी का कारण नहीं मिल रहा, शायद पीने से ऐसा हो रहा होगा। संता: कोई बात नहीं। मुझे जल्दी नहीं, जब आपकी उतर जायेगी तब दोबारा आ जाऊंगा।
संता की छतरी में छेद था। बंता ने पूछा, "छाते में छेद क्यों है?" संता: ओये, बारिश रुक जायेगी तो पता कैसे चलेगा?
डॉक्टर (बेहोश संता को देखकर): यह तो मर गया है। संता (होश में आकर): मैं तो जीवित हूं। जीतो (संता को समझाते हुए): 'कुछ तो सोच समझकर बोला कीजिये, इतने बड़े डॉक्टर हैं, झूठ बोलेंगे क्या?
संता सड़क पर घूम रहा था। बंता: ये सड़क कहां जाती है? संता: ये सड़क कहीं नहीं जाती रात दिन यहीं पड़ी रहती है।
संता: मैं जीतो की वजह से नर्क जाऊंगा, मुझे रोज़ झूठ बोलना पड़ता है। बंता: क्यों? संता: रोज़ तैयार होकर पूछती है, मैं कैसी लग रही हूँ?
संता: क्यों आप और आपकी पत्नी हर समय लड़ाई करते हैं? बंता: मुझे क्या पता, उसने मुझे कभी बताया ही नहीं।